Qurbani Ki Dua Zibah Se Pahle Parhni Chahiye Ya Bad Me/ कुर्बानी की दुआ जिबह से पहले पढनी चाहिये या बाद में

Qurbani Ki Dua Zibah Se Pahle Parhni Chahiye Ya Bad Me/ कुर्बानी की दुआ जिबह से पहले पढनी चाहिये या बाद में

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सवाल

अस्सलामुअलैकुम व रहमतुल्लाही व बरकातुहू

क्या फरमाते हैं उलमाए इकराम व मुफ्तियाने इजा़म इस मस्अला के बारे में कि कुर्बानी की दुआ जानवर जिबह करने से पहले पढनी चाहिये या बाद में
जवाब इनायत फरमाएं महेरबानी होगी।


जवाब

वालैकुमअस्सलाम व रहमतुल्लाही व बरकातुहू
जानवर जिबह करने मे असल तस्मिया यानी अल्लाह का नाम मस्लन बिस्मिल्लाही अल्लाहुअकबर कहना है इसके पढे बगेर जानवर हलाल ही नही हो सकता , अल्बत्ता कुर्बानी के जानवर के जिबह से पहले और जिबह के बाद कुछ कलेमात कहना मुस्तहब है।

हुजू़र सदरुस्शरीआ अलैहिर्रहमा फरमाते है " कुर्बानी में " जिबह से पहले ये दुआ पढी़ जाए

اِنِّیْ وَجَّھْتُ وَجْھِیَ لِلَّذِیْ فَطَرَ السَّمٰوٰتِ وَالْاَرْضَ حَنِیْفًا وَّمَا اَنَا مِنَ الْمُشْرِکِیْنَ اِنَّ صَلَاتِیْ وَ نُسُکِیْ وَمَحْیَایَ وَمَمَاتِیْ لِلّٰه رَبِّ الْعٰلَمِیْنَ لَا شَرِیْكَ لَه وَبِذٰلِكَ اُمِرْتُ وَاَنَا مِنَ الْمُسْلِمِیْنَ اَللّٰهُمَّّ لك و مِنْكَ بِسْمِ اْللّٰهِ ﷲُ اَكْبَرْ

इसे पढ़ कर जिबह करदें कु़र्बानी अपनी तरफ से हो तो जिबह के बाद ये दुआ पढे़ं।

اَللّٰھُمَّ تَقَبَّلْ مِنِّی كَمَا تَقَبَّلْتَ مِنْ خَلِیْلِكَ اِبْرَاھِیْمَ عَلَیْہِ الصَّلٰوۃُ وَالسَّلامُ وَحَبِیْبِكَ مُحَمَّدٍ صَلَّی اللّٰه تَعَالٰی عَلَیْه وَاٰلِه وَسَلَّم


और अगर कु़र्बानी दूसरे की तरफ से हो तो मिन्नी बजाए मिन कह कर उसका नाम लें।

(بہار شریعت حصہ ١٥ ص١٥٠ فاروقیہ بکڈپودہلی)

वल्लाहु आलमु बिस्सवाब


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आपकी दुआओं का मुंतजिर मो० उस्मान आशिकी़ 

RASUL PANAH LAKHIMPUR KHERI UP INDIA


Sunday / 3 / july / 2022
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