दौरे हाजि़र में दैने महेर कितना रुपिया होना चाहिए
अस्सलामुअलैकुम व रहमतुल्लाही व बरकातुहू
सवाल
क्या फरमाते हैं उलमाए इकराम व मुफ्तियाने इज़ाम इस मस्अला के बारे में
दौरे हाज़िर में कम से कम दैने महेर कितना हो सकता है शरीअत के मुवाफिक़
उलमाए इकराम रहनुमाई फरमाऐ बहोत महेरबानी होगी
जवाब
वालैकुम अस्सलाम व रहमतुल्लाही व बरकातुहू
निकाह के लिए कम से कम दस दिरहम ( यानी दो तोला साढे़ सात माशा / तीन तोला 618 / मिली ग्राम ) चाँदी या उसकी क़ीमत इससे कम नही हो सकता है, और ज़ियादती की कोयी हद मुताअय्यन नही
हमारे इलाक़े में दस दिरहम चाँदी की क़ीमत तक़रीबन ( 2100 ) रुपिये है इस से कम व ज़ियादती भी हो सकती है
अपने इलाक़े के ऐतबार से क़ीमत देखलें
लिहाज़ा सूरते मस्ऊला में दौरे हाज़िर में दैने महेर तकरीबन इकीस सौ ( 2100 ) रुपिये होना चाहिये
हिवाला
(1) बदाआ अल्सनाआ में देखें : ( जिल्द तीन 3, किताबुन निकाह, फसल फीअकलुल महर, सफाह 487 )
(2) बहरुर राइक़ में देखें : ( जिल्द तीन 3, किताबुन निकाह, बाबुल महर, सफाह 249 )
(3) दुर्रे मुख्तार में देखें : ( जिल्द 4, किताबुन निकाह, बाबुल महर, सफाह /330/ 332 )
(4) फतावा हिन्दिया में देखें : ( जिल्द 1, किताबुल साबेए फिल महर, सफाह 302 )
(5) फतावा रज़वियह में है : कम से कम महेर 10 दस ही दिरहम है, यानी 2 दो तोले साढे सात माशे चाँदी, अलख - और चाँदी के अलावह कोयी और चीज़ दे तो 2 दो तोले साढे़ सात माशे चाँदी की क़ीमत मोतबर होगी ( मुलखिसा जिल्द 12 / सफाह 162 )
(6) बहारे शरीअत जिल्द दोम में है : कम से कम 10 दिरहम ( यानी दो तोला साढे़ सात माशा ( 618-30 ग्राम ) चाँदी या उसकी क़ीमत) है इस से कम नही हो सकता, ( जिल्द 7, महेर का बयान, सफाह 64 )-
वल्लाहु ताआला आलमु बिस्सवाब
आपकी दुआओं का मुन्तज़िर उस्मान आशिक़ी
LAKHIMPUR KHERI UP INDIA
MANGAL / 30 / AUGUST / 2022